आज चुपके से एक राज़ बताती हूँ ,
मेरे सपनो मे क्या आता है वो सब तुम को दिखाती हूँ ,,
यॅ सारी रोश्नियाँ और रंगत इनको मैं पाना चाहती हूँ ,
दुनिया के सारे पैसो को मैं क़दमो से रोंदना चाहती हूँ ,
सूरज चाँद सितारे सब नीलाम करवाना चाहती हूँ ,
और यॅ सारे नदिया दरिया , इनको ख़रीद के लाना चाहती हूँ ,
इस क्षितिज से उस दूर गगन तक ,
अपने फोटो लगवाना चाहती हूँ ,
और ना पूछो और क्या क्या ..
बस इस सपने मैं ज़िंदगी बिताना चाहती हूँ . !!!
Monday, October 22, 2007
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Aabhas
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